महामहिम राज्यपाल महोदया श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने आज जिला कारागार में महिला बन्दियों व बच्चों के साथ वार्तालाप किए व राजभवन से आए गीजर, साल, बुक्स, डिजिटल बोर्ड, गिफ्ट का वितरण भी किये। उन्होंने महिला बन्दियों से जिला कारागार में मिलने वाले सुविधाओं के बारे में जानकारी लिए जिस पर महिलाओं ने बताया कि अगरबत्ती बनाने व सिलाई बुनाई के लिए कार्य भी सिखाया जाता है।
महामहिम ने राजकीय गोस्वामी तुलसीदास विद्यालय से आए छात्राओं से भी वार्ता किया एवं उन्होंने कहा कि आप लोग जिला कारागार में आए और बंदी महिलाओं से वार्ता किया आप ने क्या देखा, क्या परखा, कैसा लगा हमें कुछ बताएं जिस पर गोस्वामी तुलसीदास की छात्राएं ने बताया कि महिलाओं से हम लोगों ने मिले एवं कहे की कोई गलत कार्य नहीं करना चाहिए जिससे कि हमें जेल आना पड़े आप लोग अच्छा कार्य करें । दूसरी छात्रा ने बताया कि जो व्यवस्था शिक्षा, स्वास्थ्य राज्य सरकार द्वारा दी जा रही है वह मिल रहा है माननीय राजपाल महोदय ने छात्राओं से पूछा की जेल में जाना कैसा लगा व जीवन व्यतीत हो रहा है वह कितने साल की सजा हुई इसका अनुभव बताएं एवं उन्होंने यह भी पूछा कि यहां से जाने की बाद क्या करेगी तो छात्राओं ने बताया कि हम लोग महिलाओं को बताएंगे व शिक्षित करेंगे।
उन्होंने राजकीय गोस्वामी तुलसीदास की प्रिंसिपल से पूछा की आप विद्यालय में जाएंगे तो क्या सिखाएंगे जिस पर प्राचार्य ने बताया कि यहां पर आकर हम लोगों ने देखा कि ऐसी स्थिति में अपने स्वभाव को अच्छे रखें ऐसी परिस्थित न आए कि गलत कार्य करें हम लोग यही शिक्षा देंगे की कोई गलत कार्य न करें।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि यह मेरा सुझाव है कि इस उम्र की छात्रा है यह उम्र सीखने का है कहां की जो घटनाएं होती है वह मायके में नहीं होती ससुराल में होती है कहां की ससुराल में क्यों होती है इसको सीखना होगा। उन्होंने कहा कि हमें ऐसा प्रोजेक्ट लेना चाहिए व विकसित करना चाहिए जो समाज के लिए अच्छा कार्य करें उन्होंने कहा कि सभी लोग चाहते हैं कि हमारे परिवार खुशी रहे हमारी बेटी खुशी रहे तो खुशी रहने के लिए क्या करना चाहिए यह सब छात्राओं को सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि जेल का मतलब मारामारी होता है जो होना होता है वही होता है इसमें बताएं छात्राएं। इस पर निबंध लिखे कि हमको क्या करना चाहिए उन्होंने कहा कि विकसित भारत बनता है जब जेल की संख्या कम हो उन्होंने कहा समाज में युवा आगे आता है तब जेल कम होता है उन्होंने कहा कि हर जिले में हॉस्पिटल बनेगा तभी जीवन शैली बदलेगी तभी सुधार हो सकता है । महामहिम ने अंडर ट्रायल बन्दियों व बच्चों के बारे में जानकारी लिए जिस पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इनका मैटर कोर्ट में चल रहा है।
महामहिम ने महिला बंदीओ से कहा कि जो कर लिए आपका दायित्व बनता है अब फिर से ऐसा कोई कार्य न करें जिससे की जेल में आना पड़े। आप जो कष्ट भोग रहे हैं अपने पुत्रों को बताएं उनको यह बताएं कि ऐसा कोई गलत कार्य न करें जिससे की जेल जाना पड़े आप लोगों से यही अपेक्षा है।
महामहीम ने महिला बंदी कैदियों से वार्तालाप में पूछे की पुत्रवधू कितने के घर में हैं एवं कहां की अच्छा व्यवहार होना चाहिए आप चाहते हैं कि आपकी बेटी सुखी रहे वहीं दूसरे की बेटी आपकी बेटी भी रहनी चाहिए तभी सुखी रहेगी । उन्होंने कहा कि टकराव नहीं होनी चाहिए कि किसी का गला काट दिया जाए छोटी-छोटी गलतियों को माफ करना सीखें, कहां की समाज में करोड़पति व गरीब के भी घर होता है लेकिन स्थिति बड़ी नहीं होनी चाहिए कि बड़ा विवाद न हो।
उन्होंने कहा कि पति, सास जब परेशान करे तो थाना पर पहुंचकर कंप्लेन कराएं ।उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री के प्रेरणा द्वारा छोटी-छोटी चीजों के लिए नारी अदालत की रचना गुजरात में किया गया था महिला अच्छा परफॉर्मेंस दे सकती हैं उन्होंने कहा कि पुलिस के द्वारा हर गांव, ब्लॉक में महिला समितियां बनाई गई थी बताया कि महिलाएं समितियां में सभी पढी महिलाएं को बनाया जाता था कुछ समस्या होती थी तो पुलिस में जाता था तब पुलिस हस्ताक्षर करने के बाद ही समस्या का हल होता था उन्होंने कहा कि सास बहू की समस्या ही समस्या का हाल होता था। महामहीम ने कहा कि महिलाएं सेंसिटिव है जैसे दूध में उबाल होता है वह कुछ घंटे के बाद शांत हो जाता है इस तरह होती हैं उन्होंने यह भी कहा कि मेरा आगमन भगवान राम चंद्र जी के पावन भूमि चित्रकूट पर हुआ है जहां पर भगवान राम ने 11 साल रहे इस पवित्र भूमि में हम चाह रहे हैं कि ऐसी घटनाएं न हो। उन्होंने सभी महिला बन्दियों से कहा कि यदि गांव में बाल विवाह होता है तो बाल विवाह रुकवाने के लिए पुलिस को सूचना दे कहा कि समितियां के द्वारा आगे जाकर कार्य किया जा सकता है उन्होंने यह भी कहा कि जो उच्च अधिकारी है उनसे भी बताएं जिससे कि बाल विवाह को रोका जा सके।
महामहिम ने कहा कि विकसित भारत में सक्रिय कार्य महिलाएं कर रही हैं कहा कि जिला अधिकारी, मंडला आयुक्त, पुलिस अधीक्षक है कोई भी समस्या है तो बताएं, कायदे कानून के साथ कार्य करें व समिति का एक कार्ड भी बना कर दें एवं समझाएं की क्या कार्य करना है । उन्होंने कहां की ब्लॉक लेवल पर समितियां बनाई गई है उसको भी कार्ड दें । उन्होंने कहा कि ब्लॉक की महिलाओं को गाड़ी व दो पुलिस भी मिलती है कोई भी समस्या (मडर) होती है तो महिलाएं पहुंचती है जिससे कि कोई गड़बड़ी न हो उन्होंने कहा कि हमारी सोच होनी चाहिए सौ केस स्टडी करें तभी पता चल पाएगा । उन्होंने कहा कि दहेज लेना पाप है कोई मांग करता है तो मना करें लड़के की भी जिम्मेदारी है कि दहेज नहीं ले यह शिक्षा स्कूल घर परिवार में मिलनी चाहिए। खेल के संबंध में महिलाओं से जानकारी लिए एवं उन्होंने कहा कि योगा व मटका दौड़, रस्साकशी आदि महिलाओं से कराएं।
ततपश्चात महामहिम ने जिला कारागार में बने पाकशाला का निरीक्षण किया निरीक्षण में उन्होंने आटा गुथने वाली मशीन व साफ सफाई देखें व जानकारी लिए।
तत्पश्चात महामहिम ने आंगनबाड़ी केंद्र कसहाई में आंगनवाड़ी में पढ़ रहे बच्चों को चॉकलेट भी वितरण किये महामहिम ने कसाई आंगनबाड़ी केंद्र में रंजना, साधना, हिमांशु वर्मा, हिमांशी वर्मा, विराट पटेल, को कीट भी वितरण किये । तत्पश्चात आंगनबाड़ी केंद्र में ही गीता, सुनीता, रेखा देवी, ममता देवी, शोभा देवी, सीता देवी, गीता देवी, रेवती देवी, श्रीमती सहाना बेगम, श्रीमती अनुभव श्रीवास्तव का गोद भराई भी किये आंगनबाड़ी केंद्र में ही महामहिम ने सैम मैंम बच्चों के बारे में जानकारी व कितने बच्चे रजिस्टर्ड है उनके बारे में जानकारी लिए एवं आंगनबाड़ी केंद्र में ही किचन का भी निरीक्षण किये वह मीनू के हिसाब से खान के बारे में भी पूछे ।उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार व भारत सरकार के द्वारा पोषण कीटों के बारे में जानकारी लिए एवं कहां की क्या दिया जाता है जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि समय-समय पर मीनू के साथ से सब दिया जाता है।
तत्पश्चात महामहिम ने कसाई में रुर्वन मिशन के अंतर्गत बनाए गए बारात घर में लगी स्टॉल का अवलोकन किया उन्होंने आयुष्मान कार्ड के संबंध में कहा कि हर घर में कार्ड होना चाहिए कोई भी ना छूटे उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी का उद्देश्य है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा का यह उद्देश्य है कि कोई भी लाभार्थी न छूटे। उन्होंने विकसित भारत यात्रा का अवलोकन करते हुए कैलेंडर भी वितरित किए ।
तत्पश्चात चित्रकूट इंटर कॉलेज चित्रकूट की छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किये
बारात घर में ही राज्यपाल भवन से आए किट व आंगनबाड़ी केंद्र द्वारा 120 किट वितरण किए गए।
महामहिम राज्यपाल ने कहा कि जिला कारागार व विकसित भारत यात्रा की योजना का स्टाल व आंगनबाड़ी केंद्रों का भी अवलोकन किया मैं सभी को बधाई देता हूं कि आप लोग ऐसे बच्चों के साथ जुड़े हैं जो गरीब हैं जो बच्चे स्कूल नहीं जा सकते उनकी मां बनकर कार्य करती हैं जो नहीं आते उनके घर पर जाकर प्रेरित करते हैं कि वैक्सीन देना है तो उसकी भी चिंता करते हैं, साफ सफाई की चिंता, भोजन बनाना आदि करते हैं उन्होंने कहा कि मैं 12 साल से देखा है उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा ध्यान आंगनबाड़ी केंद्रों पर होना चाहिए कोई भी सरकार हो बड़े घर के सभी सुविधाएं होती हैं जो ऐसे परिवार हैं गरीब जिनकी इनकम कम होने से पीछे रह जाते हैं उन बच्चों को अच्छी पढ़ाई मिले ।
कहां की हार्ट, स्क्रीन की भी समस्या हो अच्छी सुविधा हो अपने बच्चों को टीवी होता है जिसके वजह से स्कूल में मनाही करते हैं घर में भी अछूत जैसा व्यवहार होता है इसी वजह से ऐसे बच्चों को अच्छा आहार मिलना चाहिए अगर पौष्टिक आहार मिल जाता है तो बीमारी से मुक्त हो जाता है सभी को गोद लेना चाहिए हम लोग 25- 25 बच्चों को गोद लिए हैं जब हम लोगों को उपहार कोई देता है तो हम लोग उसे आंगनबाड़ी केदो पर भेज देते हैं उन्होंने कहा कि हम लोगों को आंगनबाड़ी केंद्र बुंदेलखंड व राज्यपाल भवन से 120 केंद्रों को किट वितरण किया गया है उन्होंने कहा कि जब बच्चों को छोटी सी कुर्सी मिल जाती है तो खुशी देखें व टेबल जब मिल जाती है तो खुशी दोगुनी हो जाती है अगर नहीं मिलती है तो बच्चा झुक कर लिखता है यह उम्र ऐसी है उन्होंने कहा कि शरीर का डेवलप होता है छोटी-छोटी बच्चों को सुविधा होनी चाहिए खिलौने भी होनी चाहिए जो ब्रेन है उसका विकास होता है बच्चा जब अपने से कुछ करता है तो उसका सोचने की क्षमता बढ़ जाती है उन्होंने कहा कि छोटी उम्र में कितना सिखाया जाए। 8 साल की उम्र में बच्चे 80% ग्रहण कर लेते हैं जो सिखाएंगे वही सीखेंगे अच्छा गलत जो भी हो फिर उसे भूलना कठिन हो जाता है।
छोटी उम्र में जो चाहिए पेंसिल पेन किताब तो ले जाता है वह भले ही चोरी का हो स्कूल से जाते समय जो ले जाता है उसे समझाएं यही संस्कार है तो चोरी का मामला खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि हर घर जल अभियान के अंतर्गत जितना पानी पीना है उतना ही इस्तेमाल करें इसी तरह सिखाएं। उन्होंने कहा कि सरकार फ्री में पानी देती है जहां एसटीपी होता है देखने के लिए महिलाओं को भी ले जाए इसका इस्तेमाल कैसे करें इस पर भी बताएं। गांव शहर तक कैसे पहुंचता है महिलाओं को भी दिखाएं व एसटीपी पर कितना खर्च हुआ है इसके बारे में भी बताईं उन्होंने क्या की ध्यान रखें की मिट्टी के बर्तन को लेकर बहुत दूर तक पानी के लिए जाते थे ,कहा कि हमारा अधिकार व फर्ज दोनों साथ-साथ चलते हैं हमें अनावश्यक पानी नहीं बहाना चाहिए उन्होंने कहा कि अपने अपने सीएसआर से एक प्रतिशत उपयोग करें तो अच्छा आंगनबाड़ी केंद्र हो जाए ।
कोऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष श्री पंकज अग्रवाल ने इस अवसर पर आंगनबाड़ी केंद्र को ₹50000 दिये। उन्होंने कहा कि गुजरात में माता यशोदा अवार्ड जो महिलाएं अच्छा कार्य करती हैं उनको दिया जाता है उन्होंने कहा कि *बच्चे खुश तो घर खुश, घर खुश तो आप खुश,* ।मुख्य विकास अधिकारी श्रीमती अमृतपाल कौर ने इस अवसर पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आपके दिए प्रेरणा के आधार के अनुसार हम लोग कार्य करेंगे। इस अवसर पर जिला अधिकारी श्री अभिषेक आनंद, मुख्य विकास अधिकारी अमृतपाल कौर , अपर जिला अधिकारी वित्त एवं राजस्व श्रीमती बंदिता श्रीवास्तव, जिला पंचायत अध्यक्ष अशोक जाटव, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री लव कुश चतुर्वेदी, बुंदेलखंड के कुलपति, सांसद प्रतिनिधि श्री शक्ति सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।